Feeling ghost stories in hindi, भूत होने का अहसास हिंदी कहानी

Author:

Feeling ghost stories in hindi | Bhoot ki kahani

Feeling ghost stories in hindi, भूत की कहानी में अक्सर भूत के बारे में बताया जाता है, लेकिन कुछ लोगो को इस बात पर विस्वाश नहीं होता है क्योकि जब भूत को देखा ही नहीं है उस पर विस्वाश होना थोड़ा मुश्किल होता है, But अगर हम उन लोगो की बाते करते है जिन्हे इसका अहसास होता है जिन्हे लगता है की “भूत” होते है, 

भूत होने का अहसास हिंदी कहानी :- Feeling ghost stories in hindi

Feeling ghost stories in hindi
Feeling ghost stories in hindi

वह भूत की कहानी पर विस्वाश करते है, हम यहां पर एक भूत की कहानी लाये है, जिन लोगो को लगता है, वह विस्वाश करते है, उन्हें “भूत” के होने पर यकीन हो जाता है, But जैसा हमने पहले भी कहा है, जिन्हे विस्वाश नहीं होता है, उसके पीछे के कारन यह भी है, की उन्हें अभी तक भूत का अहसास नहीं हुआ है, उन्हें यकीन नहीं आता है, अब हम अपनी भूत की कहानी में आगे बढ़ते है,

 

गांव वाले मानते है :-

यह कहानी एक गांव की है, गांव से कुछ दुरी पर बने एक घर की यह कहानी है, जोकि बहुत समय से बंद पड़ा है, Because अब कोई भी उस जगह पर नहीं रहता है, ऐसा भी नहीं है, की गांव वाले मानते है की उस जगह पर कोई “भूत” रहता है, सभी इस बात से अनजान है, हमने पहले भी कहा है की जब तक अहसास नहीं होता है तब तक यकीन करना मुश्किल होता है, इसलिए गाव वालो को भी इस बात की कोई खबर नहीं है,

 

जिसका वह घर है, वह लोग अब यहां पर नहीं रहते है Because वह सभी लोग शहर में रहने चले गए है, वह घर बंद है, कुछ सामान पड़ा है जोकि बहुत खराब हो चूका है, उस घर के अंदर “भूत” रहता है But आज तक किसी ने भी अनुभव नहीं किया था, Because कोई भी उस घर में नहीं गया था, जब तक कोई जाएगा नहीं तब तक कुछ भी पता नहीं चल सकता है, एक दिन शहर से वह लड़का अपने गांव आया था

 

घर बहुत समय से बंद है :-

वह बहुत समय से शहर में रहकर पढ़ाई कर रहा था कॉलेज की छुट्टी हो गयी थी, वह अपने दो दोस्तों के साथ गांव में कुछ दिन के लिए आया था फिर वह अपने कॉलेज लोट जायेगा जब वह अपने दोस्त के साथ गांव आ रहा था तभी उसके दोस्त ने पूछा था की यह घर यहां पर बंद क्यों पड़ा है, सुनील ने बताया था की वह घर बहुत समय से बंद है कोई भी उस जगह पर नहीं रहता है, उसके बाद सुनील अपने दोस्तों के साथ घर पहुंच गया था,

 

अगली सुबह सुनील अपने दोस्तों को गांव में घुमाने ले गया था, Because वह गांव में पहली बार आये थे शाम का वक़्त हो गया था वह तीनो घूमते हुए उस घर के सामने आते है जोकि बंद पड़ा था, उसमे कुछ भी देखने जैसा नहीं था, But फिर भी सुनील के दोस्त कहते है की भले ही यह घर बंद है खराब हो गया है, But यह बहुत सुन्दर घर है, यह सभी घर से बहुत अलग है, हमे यह घर देखने बहुत अच्छा लगता है

 

तुमने क्यों पूछा है :-

सुनील कहता है की But अब तो यह घर बंद है यहां पर कोई भी नहीं है, हमे अब वापिस चलना चाहिए सुनील का दोस्त कहता है की क्या इसमें अभी भी कोई रहता है यह सुनकर सुनील अपने दोस्त की और देखता है Because यह सवाल कुछ अजीब था जोकि बहुत समय से बंद है उसमे कोई अभी भी रह सकता है यह बात कुछ समझ नहीं आती है सुनील कहता है की यह तुमने क्यों पूछा है जबकि मेने बताया था की इसमें कोई नहीं रहता है

 

तभी सुनील का दोस्त कहता है की वह खिड़की के पास एक बूढी महिला क्यों नज़र आयी थी, यह बात सुनकर सुनील खिड़की की और देखता है But कोई भी नहीं था, फिर सुनील का दोस्त कहता है की उसने कुछ देखा है सुनील कहता है की यहां पर कोई नहीं है हमे अब चलना चाहिए But सुनील का दोस्त कहता है मेने देखा था वह बूढी महिला वही पर थी उसने अपना हाथ दिखाया था, जैसे हमे वह बुला रही है,

 

तीनो वापिस चले जाते है :-

कुछ बात समझ नहीं आयी थी, अब तो उस जगह पर चलकर ही पता चल सकता है वह क्या है, तीनो उस घर की और बढ़ते है तभी सुनील के पिताजी आते है, वह कहते है की तुम्हे घर नहीं जाना है बहुत समय हो गया है वह तीनो वापिस चले जाते है, But सुनील के दोस्त के मन में वही बात घूम रही थी जब सुनील के पिताजी से पूछा गया की उस घर में कोई रहता है तो उन्होंने कहा की वह तो बहुत समय से बंद है

 

उस जगह पर कोई नहीं है, But वह क्या था उसके दोस्त के मन में वह बात आ रही थी सुबह हो गयी थी, सुनील का दोस्त कहता है की हमे चलकर देखना चाहिए वह क्या है जो कल नज़र आयी थी, वह तीनो दोस्त चले जाते है वह घर बहुत मुश्किल से खुलता है Because दरवाजा जाम हो गया था, अब सुनील कहता है यह दरवाजा जाम है कोई अंदर कैसे रह सकता है वह तीनो अंदर जाते है

 

जो कल नज़र आया था :-

घर के अंदर का हाल तो बहुत बुरा था सभी जगह पर पेड़ पौधे नज़र आ रहे थे घर की छत टूट गयी थी, उस जगह पर पानी भरता होगा दो बड़े कमरे थे But कोई नहीं था, घर को देखकर लगता था यहां पर कोई नहीं रह सकता था, But वह क्या था जो कल नज़र आया था, वह दोस्त उस जगह से आ जाते है, Because कोई भी नहीं था, शाम हो गयी थी, सुनील का दोस्त कहता है की हमे शाम के वक़्त जाना चाहिए.

 

Because दिन में हमे कुछ नज़र नहीं आया था, सुनील कहता है की वहा पर कोई भी नहीं है, But वह पाने दोस्त की बात टाल नहीं सकता था, इसलिए कहता है की ठीक है But यह आंखरी बार है उसके बाद हु यहां पर नहीं आने वाले है वह तीन चलते है घर के पास पहुंचते है खिड़की के पास वह बूढी महिला उन्हें बुलाती है यह देखकर वह डर जाते है उस जगह से वापिस आते है, आज उन्होंने वह “भूत” देख लिया था जिस पर उन्हें यकीन नहीं था वह नहीं जानते थे की वह कौन है

यकीन जब होता है :-

Feeling ghost stories in hindi, But वह समझ गए थे की वहा कोई है जो उन्हें डरा भी सकता है, वह इस बारे में घर में बताते है मगर उन्हें यकीन नहीं होता है जिसके बारे में उन्हें आज तक कुछ भी पता नहीं था वह कैसे यकीन कर सकते है, बात वही पर ही समाप्त हो जाती है, But जो उन्होंने देखा था वह क्या था, यह रहस्य की तरह उनके पास ही रहता है, “भूत” होते है या नहीं यह यकीन जब होता है जब उनका अहसास होता है, जब तक कुछ होता नहीं है, तब तक यकीन नहीं होता है,   

भूत का अस्पताल हिंदी कहानी :- Bhoot ki kahani

भूत  की बात और भूतों के होने पर बहुत ही कम यकीन होता है लेकिन मुझे आज भी याद है उस अस्पताल की बात जो कि बहुत समय से बंद पड़ा हुआ था लेकिन फिर भी ऐसा लगता था कि वहां पर कोई भूत रहता है जिसकी वजह से कोई भी उसके अंदर जाने की हिम्मत नहीं करता था

अस्पताल बहुत साल से बंद :-

यह उस दिन की बात है जब शाम का समय हो रहा था और मुझे घर वापस आना था मुझे मुझे कुछ नजर आता है जिसकी वजह से मैं कुछ देर वहां पर देखने लगता हूं वह अस्पताल बहुत साल से बंद पड़ा हुआ है क्योंकि वहां पर अब कोई भी नहीं आता है वह एक तरह से खंडार हो चुका है और दोबारा इस्तेमाल में नहीं आता है लेकिन फिर भी उसे देख बहुत अधिक डर लगता है और जब मैंने देखा तो वहां पर कोई खड़ा था  

 

मानो कोई मुझे देख रहा था उसके पास जाने के लिए हिम्मत बिल्कुल भी नहीं हो रही थी क्योंकि वह अस्पताल काफी पुराना था कोई भी उसके अंदर नहीं जाता था सभी को ऐसा लगता था कि वहां पर कोई भूत हो सकता है और वह आदमी अचानक से ही मेरी आंखों से गायब हो गया मुझे ऐसा लगा कि वह वहां पर कोई था लेकिन वह मुझे देखा था इस बात को मैं जानता था फिर भी मुझे बहुत अधिक डर लगाया था कि शायद वह मुझ पर हमला कर सकता है

भूत हो सकते हैं :-

लेकिन मैं आगे बढ़ने लगता हूं और सोचता हूं कि शायद वह कोई परछाई होगी जो कि मुझे देख रही थी इस बात को सभी जानते हैं कि उस अस्पताल में भूत हो सकते हैं और कुछ लोग यकीन भी करते हैं लेकिन जो लोग देख लेते हैं फिर भी उसके अंदर जाने की हिम्मत नहीं करते हैं वे जानते हैं कि वह जगह ठीक नहीं है क्योंकि वहां पर भूत हो सकते हैं और उन्हें वह ठीक नहीं लगता है

 

bhoot ki kahani, Feeling ghost stories in hindi, जिन्हें नजर आता है वह इस बात पर यकीन कर लेते हैं और लेकिन जिन्हें दिखाई नहीं देता है वह इस बात पर यकीन नहीं करते हैं इसलिए भूतों की किस्तों पर यकीन करना थोड़ा मुश्किल होता है लेकिन कभी-कभी हमें ऐसा लगता है कि बहुत हमारे आसपास ही भूत होते हैं लेकिन फिर भी हम उन पर यकीन नहीं करते हैं क्योंकि जो चीज हमें दिखाई नहीं देती हम उस पर जल्दी से यकीन नहीं करते हैं 

भूत की सच्चाई हिंदी कहानी

यह कहानी एक भूत की है. जिसके बारे में कोई भी नहीं जानता था. मगर जब वह सामने जिसे हम कहते है की वह नज़र आने लगा था. तब उस लड़के को यकीन और डर दोनों का पता चलता है. यह बात उस समय की है. जब वह लड़का पहली बार उस पेड़ के पास रुका था. जिस पर वह भूत रहता था. वह नहीं जानता था. रात का समय हो रहा था.

भूतों से जुडी महत्वपूर्ण जानकारी

गर्मी बहुत बढ़ गयी थी. वह बहुत देर से पैदल आ रहा था. उसके बाद वह कुछ समय के लिए उस पेड़ के पास रुकता है. जिसके बारे में वह नहीं जानता था. मगर जब उसे कोई पेड़ पर नज़र आता है. पहले वह डर जाता है. मगर सोचता है. इस पर कौन बैठा है. क्योकि रात हो गयी है. पहले उसे लगता है. कोई बंदर भी हो सकता है. मगर वह बंदर उसे नज़र नहीं आता है. इसलिए उसे अब लगता है. यह कोई बंदर नहीं है.

 

मगर उसे अब डर भी लगता है. अगर यह कोई कुछ और होता है. तभी उसके सामने एक परछाई आती है. उसे देखकर वह डरता है. उसके बाद गिर जाता है. क्योकि उसे नहीं लग रहा था. यहां पर कोई भूत भी हो सकता है. मगर वह भूत की परछायी थी. बहुत डर लग रहा था. उसके बाद उसे यकीन भी हो गया था. वह उस जगह से भागता है. क्योकि सूए अब बहुत डर लग रहा था. वह गिरता हुआ उस जगह से चला जाता है. भले ही कोई उसके पीछे नहीं था. मगर उसे बहुत डर भी लग रहा था.

 

bhoot ki kahani, Feeling ghost stories in hindi, जीवन में क्या कब आ जाए कोई नहीं जानता है. मगर भूत को बहुत कम लोग ही देख पाते है. उनकी बात पर कोई भी यकीन नहीं करता है. मगर उन्होंने जो देखा होता है. वह उसके बारे में बताते है. जोकि सच ही होता है. अगर आपके साथ भी कुछ ऐसा हुआ है. तो हमे जरूर बताये.

बंद कमरे का भूत हिंदी कहानी :- bhoot ki kahani

यह “भूत” उस बंद कमरे में था. कोई भी इस बात को नहीं जानता था. समय बदलता रहा था. अब उस जगह पर कोई नहीं जाता था. मगर एक दिन की बात है. दो लड़के उस तरफ से जा रहे थे. उनकी नज़र उस बंद मकान पर जाती है. मगर उन्हें ऐसा लगता है. कोई उस कमरे है. इसलिए वह लड़का अपने दोस्त से कहता है. कोई है.

मकान में कोई :-

वह कहता है. तुम क्या कह रहे हो. उस मकान में कोई है. मगर यहां पर कोई नहीं रह सकता है. यह बात तुम्हे सोचनी चाहिए. क्योकि यहां पर दूर दूर तक कुछ भी नहीं है. इस मकान में कोई रह सकता है. तुम्हे नज़र नहीं आ रहा है. यह घास यहां पर कितनी बड़ी है. मगर वह लड़का कहता है. तुम्हे पता है. मेने किसी को देखा है. यह सोचकर वह दोनों उस मकान पर जाते है. उसके बाद देखते है. यह अपर तो कोई नहीं है.

 

शाम हो गयी थी. दोनों सोच रहे थे. अब हमे यहां से जाना चाहिए. क्योकि हमे देर हो सकती है. मगर उस लड़के ने कुछ तो देखा था. उनकी नज़र उस कमरे पर जाती है. जोकि बंद था. वह कमरा बंद था. मगर उन्हें उस जगह से कोई मतलब नहीं था. फिर भी उस कमरे में जाकर देखते है. क्योकि उस लड़के को लगता है. कोई तो है. जब उस कमरे में जताए है. दरवाजा बंद हो जाता है. यह देखकर बहुत डर जाते है. क्योकि यहां पर कोई नहीं है. अब उन्हें कुछ अहसास होता है. यहां पर “भूत” है.

अनजान जगह :-

अब उन्हें समझते देर नहीं लगी थी. जब उस कमरे की छत पर किसी को देखा था. वह कोई और नहीं था. बल्कि “भूत” था. वह बहुत डर जाते है. अब भागने की कोशिश करते है. वह गलत उस कमरे में आये थे. वह देखते है. एक खिड़की खुली थी. वह उसमे से भाग जाते है. उन्हें डर भी लगता है. मगर आज उन्हें यह बात पता चली गयी थी. “भूत” कही पर भी हो सकता है. जीवन में एक बात याद जरूर रखनी चाहिए. किसी अनजान जगह पर नहीं जाना चाहिए. क्योकि उस जगह पर कुछ भी हो सकता है.

Read More Stories in Hindi :-

हवेली की भूतिया कहानी

तीन दोस्तों की अनोखी कहानी

3 thoughts on “Feeling ghost stories in hindi, भूत होने का अहसास हिंदी कहानी”

Comments are closed.