बूढी अम्मा के जीवन की कहानी, Real life motivational story in hindi

Real life motivational story in hindi

Real life motivational story in hindi, जीवन की यह मोरल कहानी मुझे आज भी याद है, इस कहानी से हमे एक नयी सीख मिलती है, जिससे हम अपने जीवन में उन सभी बातो को याद रख सकते है, शायद उसके बाद कुछ अच्छा कर पाए, यह बात उन दिनों की है, जब एक “बूढी अम्मा” गांव में रहती थी, वह अकेली रहती थी, वह हमेशा उदास रहती थी, इसका मुख्य कारन था की वह अकेली रहती है, लेकिन फिर भी वह सभी की मदद किया करती थी, भले ही वह बहुत मुश्किल से चल पाती थी,

बूढी अम्मा के जीवन की कहानी :- Real life motivational story in hindi

Real life motivational story in hindi
Real life motivational story in hindi

क्योकि हमेशा ही जोड़ो में दर्द रहता था, यह सर्दियों की रात थी, वह “बूढी अम्मा” अपना भोजन बना चुकी थी, जैसे जैसे रात बीत जायेगी तो आँखों से कम नज़र आएगा इसलिए वह जल्दी ही भोजन बना लेती है, उसके बाद अपने घर में आराम करेगी उन यादव को याद करेगी जोकि याद करने से थोड़ी ख़ुशी मिलती है, वह “बूढी अम्मा” खाना खा चुकी थी, अब उसे आराम करना था क्योकि कुछ समय बाद ही अँधेरा हो जाएगा, फिर वह बाहर कुछ नहीं देख सकती है, वह कुछ आवाज सुनती है, उसे लगता है, कोई घर के बाहर है,

 

तुम कौन हो :-

वह आवाज लगाती है, मगर कोई जवाब नहीं देता है, उसे फिर ऐसा लगता है, शायद कोई वहम हो सकता है, क्योकि कोई जवाब नहीं मिल रहा था, वह आराम करने लगती है, मगर कुछ देर बाद दरवाजे पर दस्तक होती है, “बूढी अम्मा” को लगता है, जरूर कोई आया है, वह देखने जाती है, जब दरवाजा खोलती है, सामने एक लड़का खड़ा था, वह उसे नहीं जानती है, वह “बूढी अम्मा” कहती है, तुम कौन हो, वह लड़का कहता है, में अकेला हु मेने गांव में सभी से कहा था की में अकेला हु मगर किसी ने भी मदद नहीं की है, में दूसरे गवा से यहां पर आया हु

 

उस गांव में बाढ़ आ गयी है, जिसमे सब कुछ बह गया है, अब मेरे पास कुछ भी नहीं है, मुझे डर भी लग रहा है कोई भी मेरी मदद नहीं कर रहा है, जब यह सब कुछ “बूढी अम्मा” ने सूना तो उसे बहुत दुःख हुआ था, वह बारह साल का लड़का अब कहा जाएगा वह अम्मा कहती है, तुम अंदर आ जाओ वह लड़का अंदर आ जाता है, “बूढी अम्मा” उसके लिए थोड़ा बचा हुआ भोजन लाती है, वह खाता है, वह लड़का खाते हुए रो भी रहा था, उसे लग रहा था की कोई भी उसकी मदद नहीं करेगा

 

तुम रोना बंद कर दो :-

सभी लोगो ने उसे यह कहकर जाने को कहा था की हम तुम्हे नहीं जानते है इसलिए कोई भी अपने पास रखने को तैयार नहीं था, “बूढी अम्मा” कहती है, तुम्हे परेशान होने की जरूरत नहीं है, हम दोनों यहां पर रह सकते है, मुझसे तुम्हारा दुःख देखा नहीं जाता है, तुम रोना बंद कर दो, अब तुम सो जाओ क्योकि रात बहुत हो गयी है, वह लड़का सो जाता है सुबह होती है, सभी लोग जब अम्मा के पास उस लड़के को देखते है, तो कहते है की यह लड़का आपके यहां पर क्या कर रहा है,

 

वह “बूढी अम्मा” कहती है, यह मदद मांगता रहा था मगर तुमने कोई मदद नहीं की थी, यह ठीक नहीं है, यह अभी छोटा है, यह अकेला है, क्या अहूमे इसकी मदद नहीं करनी चाहिए तुम सभी लोगो का व्यवहार तो मुझे अच्छा नहीं लगा है, तुमने जो इसके साथ किया है, इसने मुझे सब कुछ बता दिया है, “बूढी अम्मा” अमीर तो नहीं है, मगर वह जानती है, जिसके पास धन होता है वह अमीर नहीं बल्कि जिसके पास सभी की मदद करने का विचार होता है वही अमीर होता है, अम्मा की बाते जब लोगो ने सुनी तो शायद उन्हें ज्ञान मिल गया था,

 

सभी की मदद करनी चाहिए :-

उस दिन के बाढ़ वह लड़का “बूढी अम्मा” के पास ही रहता था, वह अम्मा की मदद भी करता था, अब अम्मा को भी कोई मिल गया था, जो उसके साथ भी करता था, यह कहानी हमे बताती है, जीवन में सभी की मदद करनी चाहिए, क्योकि आपकी मदद से किसी का जीवन अच्छा बन सकता है, अगर आपको यह Real life motivational story in hindi पसंद आयी है, तो शेयर करे,    

 

बूढी अम्मा का इंतज़ार मोरल हिंदी कहानी

“बूढी अम्मा” अपने लड़के का इंतज़ार कर रही थी, वह अभी तक नहीं आया था,

तभी बूढी अम्मा का पड़ोसी श्याम आता है, वह कहता है की अम्मा आप यहां पर क्या कर रही है,

घर नहीं जाना है, शाम होने को आयी है, यहां पर आने वाली आंखरी बस भी चली गयी है,

श्याम की बाते सुनकर “बूढी अम्मा” घर की और चल देती है,

वह अब अकेली ही रहती है, कोई भी उसके साथ नहीं रहता है, श्याम भी अम्मा के साथ चल देता है,

 

बीस साल से ऐसे ही चल रहा :-

श्याम “बूढी अम्मा” से कहता है, की आप यहां पर शाम की बस का इंतज़ार करती है,

यह कब तक चलेगा, इस बात को आज बीस साल हो गए है, आप भी अब बूढी हो गयी है,

जो अब तक नहीं आया है, वह अब क्या आएगा श्याम सब कुछ जानता है

क्योकि वह गांव में बचपन से ही रहता आया है, “बूढी अम्मा” का दर्द अब उससे देखा नहीं जाता है,

वह बूढी अम्मा अपने बेटे का इंतज़ार हर रोज करती है, यह बीस साल से ऐसे ही चल रहा है,

श्याम कहता है की आप परेशान न हो, क्योकि आप परेशान होंगी तो

आपकी तबियत भी खराब हो सकती है, इसलिए आपको ध्यान रखना चाहिए

 

यह कहानी तब से शुरू होती है, जब बूढी अम्मा का लड़का उनके पास रहता था,

वह हमेशा ही बहुत काम करता था, बूढी अम्मा को जब लगा कि लड़के की शादी कर देनी चाहिए,

तो कुछ दिन बाद शादी हो जाती है, शादी होने के बाद कुछ ठीक नहीं होता है,

बल्कि बहुत अधिक बिगड़ जाता है, हर रोज परेशानी होती है,

लड़के और उसकी पत्नी में झगड़े होते है, यह झगड़े घर के कमा को लेकर होते है

पत्नी को घर का काम नहीं करना है, “बूढी अम्मा” कुछ नहीं कहती है,

वह जानती है, अगर वह कुछ कहती है,

 

यह सपना ही रह सकता है :-

इससे बात अधिक बढ़ सकती है, दो दिन बाद बूढी अम्मा का लड़का उसकी पत्नी घर छोड़कर चले जाते है, जबकि “बूढी अम्मा” ने कुछ भी नहीं कहा था, वह उन्हें रोकती है, मगर अब क्या कर सकती है, क्योकि वह रुकने को तैयार नहीं थे तभी से आज तक उसे लगता है की वह दोनों उसके पास जरूर आयंगे, मगर यह सपना ही रह सकता है, श्याम को लगता है की वह दोनों कभी नहीं आयंगे क्योकि इस बता को बीस साल बीत गए है,

 

Real life motivational story in hindi, लेकिन श्याम यह बात “बूढी अम्मा” को नहीं कहना चाहता है, क्योकि इससे उन्हें बहुत अधिक दुःख होगा, यह जीवन का सच है, जिसे जानते हुए भी बूढी अम्मा आज भी इंतज़ार कर रही है, पता नहीं उसका इंतज़ार कब समाप्त होगा, मगर यह कहानी यही कहती है, जीवन में कोई फैसला जब भी लिया जाता है तो उसके बारे में सोचना जरूर चाहिए, उसके बाद क्या होगा, अगर इस बात का अंदाज़ा कोई लगा सकता है, तो शायद कभी किसी को भी तकलीफ का सामना नहीं करना पड़ेगा,

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