Papa ki kahani

Papa ki kahani

Papa ki kahani, मुझे आज भी याद है. जब में मेरे पास कुछ नहीं होता था. तब भी मेरे पापा कोशिश करते थे. वह मेरे लिए कुछ लेकर आये. मगर में यह बात जनता था. हमारे पास सब कुछ नहीं हो सकता था. घर के खर्च में ही धन चला जाता था. इसलिए मुझे लगता था. मुझे अपने खर्चे भी बहुत सीमित कर देने चाहिए. उस वक़्त में पढ़ाई करता था. हर रोज की तरह जब भी स्कूल जाया करता था. मेरे पापा मुझे कुछ धन देते थे.

मेरे पापा की एक हिंदी कहानी :- Papa ki kahani

Papa ki kahani
Papa ki kahani

जिससे में उनसे कुछ खा सकता था. मगर वह में कभी खर्च नहीं करता था. क्योकि मुझे पता था. घर के खर्चे बहुत हो रहे है. इसलिए वह धन कभी भी काम आ सकता है. वह मेरे पास जमा हो रहे थे. उनसे मेने कभी कुछ नहीं खाया था. जबकि सभी बच्चो को में देखा करता था. क्योकि मुझे लगता था. अगर में उस धन को भी खर्च कर देता हु. तो शायद कभी जरूरत पड़ी तो मेरे पास कुछ नहीं होगा. अगर में {पापा} से वह धन नहीं लेता हु. तो वह नाराज हो जाते है. क्योकि वह मेरे लिए वह सब कर रहे थे.

एक दिन की मदद की कहानी इन हिंदी

जोकि एक माता पिता करते है. इसलिए कभी मना नहीं करता था.

एक दिन [पापा] मेरे कमरे में आते है. उस वक़्त में पढ़ाई कर रहा था.

क्योकि मुझे होमवर्क बहुत मिला था. वह मेरे पास आकर बैठ जाते है.

वह देखते है की में पढ़ाई कर रहा हु. वह कहते है. की मुझे पता है.

तुम्हे में सब कुछ नहीं दे पाया हु. मगर में कोशिश कर रहा हु.

यह सुनकर मेने कहा की में समझता हु. हमारे पास अधिक कुछ लेने के लिए धन नहीं है.

क्योकि वह घर में ही खर्च हो जाता है. मगर इस बारे में मुझे कोई समस्या नहीं है.

यह सुनकर पापा कहते है. मुझे लगता है. तुम अब बड़े हो गए हो.

तीन दोस्तों की अनोखी कहानी

जबकि अभी तो तुम्हे पढ़ना है और खेलना है. अभी तुम्हारे पास समय है. इसलिए अधिक नहीं सोचना है. तभी माता की आवाज आती है. वह बुलाती है. शायद वह कुछ बात करनी चाहती है. मगर मेरे सामने वह बात नहीं करते है. मुझे लगता है. पता नहीं कौन सी बात हो सकती है. जब मुझे आवाज आती है. तो में सुन लेता हु. आज फिर धन के ऊपर बात होती है. समस्या बढ़ रही है. जबकि कम नहीं हो रही है. माता कहती है. घर में सभी सामान समाप्त हो रहा है. यह सुनकर मुझे दुःख होता है. वह धन जोकि मेने बचा रखा था.

हमारी एक नयी हिंदी कहानी

वह शायद अब काम आ सकता है. में वह धन लेकर जाता हु. उसे “पापा” को देता हु. *पापा* कहते है. यह क्या है. यह धन तुम्हारे पास कैसे आया. उसके बाद में बता देता हु. यह मेने कभी खर्च नहीं किया था. वह अधिक तो नहीं था. मगर कुछ न होने से तो अच्छा ही था. यह सुनकर (पापा) कहते है. यह तुमने क्यों बचाया, यह तुम्हारे खाने के लिए था. मगर में जानता हु.

उसके गीत में बहुत दर्द था कहानी

Papa ki kahani, आज धन की बहुत जरूरत है. जब माता ने देखा तो वह कहती है. बेटा तुम अब बड़ो की तरह बात करने लग गए हो. उसके बाद माता पिता बहुत खुश होते है. मगर साथ ही उन्हें दुःख भी था. जो मिलना चाहिए था. वह नहीं मिल रहा था. मगर वह कोशिश जरूर करेंगे. जीवन में कुछ बाते हमे बहुत कुछ सीखा देती है. अगर आपको यह कहानी पसंद आयी है. शेयर जरूर करे 

Read More Hindi story :-

समय का उपयोग हिंदी कहानी

यह मेरा घोडा है मोरल हिंदी कहानी

पति-पत्नी की कहानी

माँ और बेटे की अच्छी हिंदी कहानी

लालच एक समस्या